Indian history; Part-1 : भारतीय इतिहास: भाग 1 (हिंदी में)

Learn  Indian History in Hindi

In this subject , we study about the events of ancient times. In this particular section we will discuss the ancient Indian history. Lets start the first exercise of the Indian history.

इतिहास विषय में हम प्राचीन समय में घटित घटनाओं का अध्ययन करते हैं। इस भाग में हम प्राचीन भारतीय इतिहास पर चर्चा करेंगे। भारतीय इतिहास के प्राचीन  काल को सामान्यता तीन भागों में बांटा गया है।
 प्रागैतिहासिक काल ( पाषाण काल ), आद्य ऐतिहासिक काल ( हड़प्पा सभ्यता तथा ऋग्वेद काल) तथा पूर्ण ऐतिहासिक काल ( मौर्य काल के बाद का युग)।

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                   प्रागैतिहासिक काल  (Prehistory or Paleolithic period)
                 
 इस काल को पुरातत्व काल के नाम से भी जाना जाता है,  इसे मानव सभ्यता का आरंभिक काल माना जाता है।  प्रागैतिहासिक काल को भी तीन भागों में बांटा गया है।
 पुरापाषाण काल, मध्य पाषाण काल एवं नवपाषाण काल।  धातुओं की खोज नवपाषाण काल में हुई तथा सर्वप्रथम खोजी गई धातु तंबा थी।

 पुरातत्व अवशेषों का काल निर्धारण करने हेतु निम्न विधियों का प्रयोग किया गया है।

 रेडियो कार्बन विधि -  इसमें C-14 के द्वारा  पदार्थ की मात्रा के विघटन के आधार पर आयु ज्ञात की जाती है। इस विधि का खोज लिब्बी ने किया था।

 फ्लोरीन परीक्षण विधि - इस विधि के अनुसार जो हड्डी जितना ही पुराना होगा उस में फ्लोरीन की मात्रा उतनी ही ज्यादा होगी। इस विधि की खोज ओकले ने किया था।

 वृक्ष वलय निर्धारण विधि  - इस विधि में वलयों की संख्या के आधार पर आयु का निर्धारण होता है। इसका खोज डगलस ने किया था।

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